गुरुवार, 29 जुलाई 2021

अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर कैसे बनाते हैं

  

अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर कैसे बनाते है?


अगरबत्ती बनाने के लिएpremix powder  की जानकारी होना आवश्यक है। अगरबत्ती का प्रीमिक्स पावडर कई तरह का आता है। उसमे सफेद पावडर,ब्राउन पावडर,रंगीन पावडर और काला पावडर आदि प्रमुख प्रकार है ।

ज्यादातर  अगरबत्ती के लिए काला पावडर इस्तेमाल किया जाता है। काली अगरबत्ती के प्रीमिक्स पावडर में कोयला, भूसा, जिगट या ग्वार गम आदि को मिलाया जाता है। इनके सही मापन से बने मिश्रण को काली अगरबत्ती का प्रीमिक्स पावडर कहते हैं।  'अगरबत्ती सीखो' इस कड़ी में हम अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर केformulas को सीखेंगे। प्रीमिक्स पावडर के फार्मूले को समझने के बाद हम खुद घर में ही प्रीमिक्स पावडर बना सकते हैं। यह बाजार से बने प्रीमिक्स पावडर से काफी सस्ता पड़ता है।

यहां हम 

  • अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर के इनग्रेडिएंट्। 
  • पावडर के अलग-अलग फॉर्मूले ।
  • क्वालिटी अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर। 
आदि विषयोंं की जानकारी लेेंगे । 

agarbatti premix powder
Quality agarbatti premix powder


अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर के इनग्रेडिएंट्स

काली अगरबत्ती प्रीमिक्स पाउडर मे कोयला पावडर, लकड़ी का भूसा, ग्वार गम या जिगट पावडर आदी मुख्यingredients  हैं। 

लकड़ी का भूसा।

 इसमें इस्तेमाल किए जाने वाला  लकड़ी का भूसा अगरबत्ती में परफ्यूम की खुशबू पकड़कर रखने का काम करता है। परफ्यूम लकड़ी के भूसे की कोशिकाओं में सोक लिया जाता है। अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर में जितना अधिक भूसा हो  उतनी अधिक अगरबत्ती परफ्यूम खिच लेती है। अगरबत्ती जितनी ज्यादा perfume पीती है उतनी ही गहरी और ज्यादा खुशबू देती है; और यह प्रीमिक्स पावडर में  कितना भूसा मिलाया जाता है इस पर निर्भर होता है।

 सागवान की लकड़ी का भूसा सफेद होता है। उससे बना हुआ प्रीमिक्स पावडर गिला करने के बाद भी दूसरे दिन बासा नहीं होता। उसमे बदबू नहीं आती। हालांकि प्रीमिक्स पावडर जिस दिन भिगोया है ,उसी दिन इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन किंतु -परंतु सागवान के भूसे से भिगोया हुआ पावडर कभी बच जाता है ;तो उससे दूसरे दिन भी अच्छी अगरबत्ती बनती है। 

अलग-अलग प्रजाति के वृक्षों से बना लकड़ी का भूसा रंग में ब्राउन होता है। प्लाईवुड फैक्ट्री से निकला हुए भूसा सागवान के भूसे की तुलना में सस्ता होता है। महंगी चंदन की अगरबत्ती बनाने के लिए चंदन के भूसे का उपयोग भी लकड़ी के भूसे के जगह पर किया जाता है।

कोयला पावडर। 

अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर में कोयला पावडर अगरबत्ती को जलाए रखने के लिए मिलाया जाता है। 

कोयला पावडर  लकड़ी को जलाकर बनाया जाता है। कहीं जगह नारियल के टुकड़ों को जलाकर उसके कोयले से पावडर बनाते हैं। कोयला पावडर की वजह से अगरबत्ती जलते रहने में मदद होती है। कोयले की मात्रा कम या ज्यादा करने से अगरबत्ती वजन में हल्की या वजनदार बनती है। कोयले पावडर की मात्रा भूसे से अधिक हो तो अगरबत्ती बीच में ही बुझ जाने की संभावना अधिक होती है । कोयला पावडर में मिट्टी मिली  हो तो भी अगरबत्ती बीच में बूझ जाती है। अच्छा कोयला पावडर अगरबत्ती के परफ्यूम को जलाकर उसकी खुशबू दूर तक फैलाता है।


ग्वार गम पावडर। 

ग्वार गम एक चिकनी सफेद पावडर होती है। यह गवार की फल्ली की बीजों से बनती है। इसका उपयोग औषधि निर्माण, विस्फोटक सामग्री, खाद्यान्न आदि में किया जाता है। यह एक सस्ता बाइंडिंग एजेंट है। कई पदार्थों को एक साथ जोड़े रखने में काफी कारगर सिद्ध हुआ है।

 अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर में कोयले एवं भूसे को जोड़े रखने में यह मदद करता है।  कोयले और भूसे की मात्रा के अनुरूप गवार गम को मिलाया जाता है। जिगट पावडर की तुलना में यह काफी कम मात्रा में अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर में मिलाया जाता है। इस वजह से ग्वार गम से बनी अगरबत्ती कम खर्च में बन जाती है। ग्वार गम की अच्छी और निम्न क्वालिटी की पावडर बाजार में उपलब्ध है। 1kg भूसा और 2 केजी कोयला पावडर के मिश्रण में साधारण क्वालिटी की गवार गम लगभग 120 ग्राम तक मिलाई जा सकती है। यह प्रमाण गवार गम के क्वालिटी अनुसार बदलते रहता है। यहां हम एक उदाहरण के तौर पर समझाने के लिए इस प्रमाण को दे रहे हैं । अच्छी क्वालिटी की गवार गम 1 किलो मिश्रण  को 25 ग्राम  के हिसाब से भी डाली जा सकती है।


जिगट पावडर। 

जिगट पावडर का उपयोग ग्वार गम से पहले बहुत ज्यादा किया जाता था । जिगट पावडर लिटिसी  ग्लूटोनीसा नामक पेड़ के तने से बनाया जाता है। इस पावडर में कोयले और भूसे को जोड़े रखने गुणधर्म है। इसका प्रमाण ग्वार गम से ज्यादा लगने के कारण अगरबत्ती की उत्पादन कीमत बढ़ जाती है। जहा 1kg पावडर को 25 ग्राम गवार गम लगता है वही मोटा मोटा 250 ग्राम जिगट पावडर लगने की संभावना है।  यह जिगट पावडर के क्वालिटी पर बहुत निर्भर होता है।  इसमें ऊंचे दर्जे की और निम्न दर्जे की जिगट पावडर मार्केट में मिलती है । पर्यावरण को देखते हुए जिगट पावडर का प्रयोग कम करने की पुरजोर कोशिश चल रही है।  इस पावडर के लिए अब तक लाखों वृक्षों को काटना पड़ा है| इस नुकसान की क्षति भरी नहीं जा सकती।

 प्रीमिक्स पावडर फॉर्मूला। 

 अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर बनाने का फार्मूला काफी सरल है।  इसे हम तीन प्रकार से बना सकते हैं।

  1. कम परफ्यूम पीने वाली अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर। 
  2. ज्यादा परफ्यूम पीने वाली अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर ।
  3. साधारण परफ्यूम पीने वाली अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर ।
कम परफ्यूम पीने वाली अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर का फार्मूला

इस तरह के प्रीमिक्स पावडर  से बनने वाली अगरबत्ती कम खुशबू वाली और सस्ती होती है। बड़े उत्सवों में ,छोटे बड़े मंदिरों में पूजा के लिए हर दिन इस तरह की अगरबत्ती की ज्यादा मांग होती है । 

इस प्रीमिक्स पावडर में कोयले की मात्रा ज्यादा डाली जाती है ।उदाहरण के लिए 5kg प्रीमिक्स पावडर बनाने के लिए हम 

 4 किलो कोयला पावडर 

1 kg भूसा 

और अच्छे क्वालिटी का 100 ग्राम गवार गम 

या 500 ग्राम जिगट पावडर डाल सकते हैं। 

इस प्रीमिक्स पावडर से बनी हुई अगरबत्ती वजन में ज्यादा होती है। परफ्यूम में डुबोने के बाद कम भूसा होने के कारण इसमें कम परफ्यूम खींचा जाता है। उस वजह से यह सस्ती कीमत में बन जाती है।

ज्यादा परफ्यूम पीने  वाली अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर का फार्मूला।

इस तरह के प्रीमिक्स पावडर में भूसे की मात्रा ज्यादा डाली जाती है।  इससे बनी हुई अगरबत्ती महंगे दामों में बेची जाती है ।इसमें डाले हुए भूसे की वजह से वह अगरबत्ती ज्यादा परफ्यूम खींच लेती है। ज्यादा मात्रा में परफ्यूम होने के कारण यह अगरबत्ती जलाने के बाद ज्यादा धूआ और खुशबू फैलाती है । इससे निकला हुआ धूआ काफी घना होता है।

 5 kg प्रीमिक्स पाउडर बनाने के लिए इस प्रीमिक्स पावडर में

 3 kg भूसा और

 2 kg कोयला पावडर मिलाया जाता है। 

अच्छी क्वालिटी की ग्वार गम की मात्रा 100 ग्राम 

या जिगट पावडर 500 ग्राम मिलाया जाता है। 


साधारण परफ्यूम पीने वाली या quality अगरबत्ती प्रीमिक्स पावडर का फार्मूला

ज्यादातर बाजार में मिलने वाली अगरबत्ती इसी तरह के पावडर से बनाई जाती है। इस प्रीमिक्स पावडर से बनी हुई अगरबत्ती  ना ज्यादा महंगी ना ज्यादा सस्ती होती है । ऊंचे परफ्यूम की मदद से इन अगरबत्ती की क्वालिटी को भी हम ऊंचा कर सकते हैं । इस अगरबत्ती प्रीमिक्स पाउडर में भूसा और कोयला पावडर सम प्रमाण में मिलाया जाता है । इसे क्वालिटी प्रीमिक्स पावडर भी कहा जाता है। 

5kg प्रीमिक्स पाउडर बनाने के लिए इसमें

 ढाई किलो भूसा पावडर 

और ढाई किलो कोयला पावडर मिलाया जाता है। 

 अच्छी क्वालिटी का 100 ग्राम ग्वार गम 

या 500ग्राम जिगट पावडर इसमें डाल सकते हैं। 

प्रीमिक्स पावडर के  फॉर्म्युला का इस्तेमाल करके हम घर में ही प्रीमिक्स पावडर बनाने का उद्योग शुरू कर सकते हैं।  अगरबत्ती के बिजनेस मे प्रीमिक्स पावडर की काफी मात्रा में डिमांड रहती है। खुद का अगरबत्ती बनाने का बिजनेस हो तो अपना बनाया हुआ प्रीमिक्स पावडर हमारी लागत में कटौती भी ला सकता है।  इससे हमें ज्यादा मुनाफा मिलता है।




2 टिप्‍पणियां:

NITIN ने कहा…

Thank you sir for this valuable information

Unknown ने कहा…

Thanks Kishor Sir

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